गाजियाबाद। नेशलन ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) आदेश के अनुपालन में जिले के औद्योगिक क्षेत्रों में प्रदूषण फैलाने वाली और पानी को गंदा करने वाली फैक्टरी को उत्तर राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीएसआईडी) द्वारा नोटिस दिए जाने के बाद गाजियाबाद के उद्यमियों में हड़कंप मचा हुआ है। उनका कहना है कि ऐसे में तो उद्योग चलना बेहद मुश्किल हो जाएगा। यूपीएसआईडी की आरएम स्मिता सिंह ने शुक्रवार को बताया कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के आदेश के अनुपालन में जिले के विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में प्रदूषण फैलाने और पानी को गंदा करने वाली फैक्टरी संचालकों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं। अभी तक इस तरह के कुल 116 उद्योगों के संचालकों को नोटिस जारी किया गया है। उनका कहना है कि यदि जल्द ही नोटिस का जवाब नहीं दिया गया तो फैक्टरी संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। स्मिता सिंह ने बताया कि यूपीएसआईडी के क्षेत्र अंतर्गत मसूरी-गुलावठी, साउथ साइड आफ जीटी रोड, बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र, कविनगर, उद्योग कुंज, मेरठ रोड, मोहननगर, साहिबाबाद साइट-4 औद्योगिक क्षेत्रों अंतर्गत करीब 14 हजार फैक्टरी संचालित हो रही हैं। इनमें प्रदूषण फैलाने और गंदा पानी करने वाली फैक्टरी को चिन्हित करने के बाद नोटिस जारी किए गए हैं। आरएम स्मिता सिंह ने बताया कि करीब 116 फैक्टरी संचालकों को नोटिस का जवाब देने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है। अगर नोटिस का जवाब नहीं दिया गया तो इन फैक्टरी संचालकों के खिलाफ कड़ी की कार्रवाई की जाएगी। उधर उधमियों का कहना है कि वे लोग पहले से ही मंदी से जूझ रहे हैं ऐसे में ये नोटिस उनकी परेशानी की वजह बन गए हैं। उनकी समझ में नहीं आ रहा है कि वे इन नोटिसों का क्या जवाब दें।
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